
कोरोना महामारी से छुटकारा पाने के लिए वैश्विक स्तर पर वैक्सीनेशन का अभियान चलाया जा रहा है. भारत (India) में भी प्रत्येक राज्य के हर छोटे-बड़े इलाके में लोगों को कोरोना वैक्सीन का डोज दिया जा रहा है. हालांकि वैक्सीनेशन के बाद लोगों को अलग अलग तरह के साइड इफेक्ट्स (Side-Effects) हो रहे हैं लेकिन ये साइड इफेक्ट्स ऐसे बिल्कुल भी नहीं हैं जिनकी वजह से वैक्सीन न ली जाए. कोरोना वैक्सीन लगाने के बाद बहुत ही साधारण से साइड इफेक्ट्स दिखाई दे रहे हैं जिनमें शरीर में भारीपन महसूस होना और बुखार होना शामिल हैं. एनबीटी की खबर के अनुसार वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें वैक्सीनेशन लगाने के बाद कुछ भी नहीं हो रहा है. लेकिन सवाल ये है कि ऐसा हो क्यों रहा है. आखिर क्यों हर उम्र और व्यक्ति पर इसके अलग अलग प्रभाव दिखाई दे रहे हैं.
हर व्यक्ति में अलग साइड-इफेक्ट्स क्यों
कोविड वैक्सीन लगाने के बाद होने वाले साधारण से प्रभाव को इंफ्लेमेटरी रिएक्शन कहा जाता है. यही रिएक्शन व्यक्ति की उम्र, लिंग और अलग-अलग वैक्सीन की वजह से भिन्न हो सकते हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि वैक्सीन के रिएक्शन युवाओं पर अधिक हो रहे हैं, जबकि मध्यम उम्र और अधिक आयु के लोगों पर यह कम दिखाई दे रहे हैं.
शोधकर्ता तेजी से इस बारे में जानकारी हासिल करने में जुटे हैं कि वैक्सीनेशन का प्रभाव हर व्यक्ति पर अलग-अलग क्यों दिखाई दे रहा है. खासतौर से 45 साल की कम उम्र की महिलाओं पर वैक्सीनेशन का प्रभाव ज्यादा दिखाई दे रहा है. इसके बाद यूके के प्रमुख विश्वविद्यालय में हाल ही में वैक्सीनेशन के होने वाले प्रभावों को लेकर कुछ परीक्षण किए गए हैं. इन परीक्षणों से पता चला है कि आखिर किस उम्र के लोगों पर वैक्सीनेशन के रिएक्शन सबसे अधिक दिखाई दे रहे हैं.
बुजुर्गों में दिखाई दे रहे हैं इस तरह के साइड-इफेक्ट्स
व्यक्ति अपनी युवावस्था में एनर्जी से भरा रहता है. इस समय शरीर का इम्यून सिस्टम भी अधिक मजबूत होता है. वहीं उम्र के साथ इसकी क्षमता कम हो जाती है और इसका प्रतिक्रिया करने का तरीका भी धीमा हो जाता है. ऐसा ही कुछ वैक्सीन लगाने के बाद होता है. वैक्सीनेशन के बाद इम्यून सिस्टम के कमजोर होने की वजह से बुजुर्गों में कम साइड इफेक्ट देखने को मिल रहे हैं. यही कारण है कि युवाओं में वैक्सीन के बाद रिएक्शन थोड़ा ज्यादा दिखाई दे रहा है और बुजुर्गों में रिएक्शन कम है. आपको बता दें कि 65 साल और उससे अधिक आयु के लोगों पर किए गए ट्रायल इसी बात को प्रमाणित करते हैं.
शोधकर्ता बताते हैं कि अधिक आयु के लोगों पर जो रिएक्शन दिख रहे हैं उनमें दर्द होना, शरीर लाल हो जाना, सूजन होना और थकान महसूस होना शामिल है. आपको बता दें कि बुजुर्गों में पोस्ट वैक्सीनेशन के बाद बुखार की दिक्कत बहुत ही कम देखी गई है. फाइजर और मॉर्डन के कोविड वैक्सीन का डोज लेने वाले बुजुर्गों में साइड इफेक्ट्स कम देखने को मिले हैं.
युवाओं पर दिखाई दे रहा है ऐसा प्रभाव
युवाओं की इम्यूनिटी कम उम्र में सबसे ज्यादा होती है. ऐसे में 50 साल की आयु से कम उम्र के लोगों का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और वह बीमारी के प्रति कम संवेदनशील होते हैं. हालांकि वैक्सीन के बाद उनके शरीर में इम्यून सिस्टम तेजी से काम करता है जिसकी वजह से उनमें कुछ अधिक रिएक्शन देखने को मिल सकते हैं. जो कि 65 वर्ष की आयु के लोगों में बेहद कम दिखाई दे रहे हैं. अब तक ऐसा देखा गया है कि युवाओं या कम उम्र के लोगों में वैक्सीनेशन के बाद अधिक साइड इफेक्ट देखने को मिले हैं जिनमें थकान, ठंड लगना, जोड़ों में दर्द और पीठ में दर्द शामिल है.
महिलाओं में जी घबराना और पेट दर्द जैसे लक्षण
वहीं अगर महिलाओं की बात करें तो वैक्सीनेशन के डोज के बाद उन्हें कुछ असमान्य लक्षण अनुभव हो सकते हैं, जिनमें जी घबराना, पेट में दर्द, ऐंठन, और पीरियड्स के दौरान अस्थायी परिवर्तन शामिल है. इसके अलावा युवाओं में कुछ अन्य लक्षण भी वैक्सीनेशन के बाद दिखाई दे रहे हैं जैसे दिल की धड़कन का बढ़ना, कमजोरी और गले में खराश. हालांकि इसका अर्थ यह नहीं है कि वैक्सीन की वजह से आपको किसी तरह के साइड इफेक्ट हो ही जाएं. हो सकता है कि आपको इसके रिएक्शन बेहद कम या फिर न के बराबर दिखाई दें. इन सभी लक्षणों का अर्थ है कि वैक्सीन अपना काम सही प्रकार कर रही है. बस इस बीच आपने वैक्सीन के बाद कुछ ऐसा न किया हो जिन्हें डॉक्टर करने से मना करते हैं.
वैक्सीन से एलर्जी हो जाए तो क्या करें
आपको किसी तरह की एलर्जी या अलग रिएक्शन हो इसके चांस बेहद कम है. वैक्सीन लगवाने के बाद एलर्जी या बड़े दुष्प्रभाव केवल तभी देखने को मिलते हैं, जब पहले से ही कोई व्यक्ति एलर्जी से पीड़ित हो या फिर वैक्सीन के अंदर मौजूद किसी चीज के प्रति संवेदनशील हो. अगर आपके साथ ऐसा हो तो डॉक्टरों द्वारा बताई गई सारी बातों का पालन करें और जरूरत होने पर डॉक्टर की सलाह लें. रिसर्च में मौजूद एक्सपर्ट बताते हैं कि ऐसे लोग जिन पर कोविड वैक्सीन का अधिक रिएक्शन हुआ है या किसी तरह की एलर्जी का अनुभव किया है, उनमें बेहोशी, अनियमित दिल की धड़कन, पसीना आना, पित्ती, त्वचा की प्रतिक्रिया जैसे लक्षण देखे गए हैं. अब अगर आपको किसी प्रकार की एलर्जी की समस्या है तो इसका निदान और उपचार आसानी से हो सकता है. इसलिए किसी भी स्थिति में वैक्सीन का डोज जरूर लें और अगर कोई समस्या आपको पहले से है भी तो अपने डॉक्टर से बात जरूर कर लें.