संक्षेप : FLiRT वेरिएंट के आगमन से अमेरिका में चिंता बढ़ी है और भारत के लिए भी खतरा बढ़ा है। नए वेरिएंट के बारे में 5 अहम बातें।
कोरोनावायरस के FLiRT वेरिएंट का अमेरिका में तेजी से प्रसार हो रहा है। यह वेरिएंट कोविड-19 (SARS-CoV-2) के ओमीक्रोन JN.1 लीनिएज से उत्पन्न हुआ है, जिसमें KP.2 और KP1.1 म्यूटेशंस हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह पिछले वेरिएंट्स की तुलना में अधिक संक्रामक हो सकता है।
FLiRT वेरिएंट के आगमन से अमेरिका में नए मामले बढ़ रहे हैं और कुछ मरीज अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं। यूनाइटेड किंगडम, साउथ कोरिया, और न्यूजीलैंड में भी FLiRT केसेज के बढ़ जाने से नई कोरोना लहर का खतरा है। भारत में भी कोविड-19 के जीनोमिक्स कंसोर्टियम INSACOG के मुताबिक, KP.2 के 238 मामले और KP1.1 के 30 मामले दर्ज किए गए हैं।
नए वेरिएंट के लक्षण बाकी ओमीक्रोन वेरिएंट्स के समान हैं, जैसे गले में खराश, खांसी, मतली, नाक बंद होना, थकान, सिरदर्द, मांसपेशियों या शरीर में दर्द, स्वाद न आना, आदि।
जापानी रिसर्चर्स के अनुसार, KP.2 में JN.1 के पिछले वेरिएंट्स की तुलना में इम्यून सिस्टम का ज्यादा ताकतवर मुकाबला है। इससे नए वेरिएंट के खिलाफ अधिक प्रतिरक्षा हो सकती है। इसके बावजूद, बढ़ी हुई संक्रामकता का मतलब यह नहीं है कि नए वेरिएंट ज्यादा गंभीर कोविड बीमारियों का कारण बनेंगे।
भारत में अप्रैल से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन यह कहना मुश्किल है कि यह FLiRT वेरिएंट्स की वजह से हैं। अभी भी इसकी वजह का पता लगाना मुश्किल है, लेकिन सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
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