महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री मोदी के बयान का पलटवार किया है। पीएम ने कहा कि उद्धव मेरे दुश्मन नहीं हैं, जवाब में उद्धव ने कहा कि मोदी भ्रम न पालें। उद्धव ठाकरे ने इंटरव्यू में कहा कि वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते, वह महाराष्ट्र का सिर्फ भला चाहते हैं।
महाराष्ट्र में 13 सीटों के लिए अंतिम चरण के मतदान से पहले, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बीजेपी के साथ किसी भी समझौते की संभावना से इनकार किया। प्रधानमंत्री मोदी के 'उद्धव ठाकरे मेरे दुश्मन नहीं हैं' वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह के बयानों से मोदी के दिमाग में कुछ भ्रम के अलावा नहीं पता चलता। उन्होंने कहा, 'मैं किसी ऐसे व्यक्ति के पास वापस नहीं जा सकता जो मुझे 'नकली संतान' या शिवसेना को 'नकली शिवसेना' कहता है।' एकनाथ शिंदे की शिवसेना का जिक्र करते हुए उन्होंने दोहराया कि पार्टी छोड़ने वाले '40 गद्दारों' के लिए उनके दरवाजे '100% बंद' हैं।
ठाकरे ने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में लौटती है तो वे शिंदे सरकार के तहत की गई अनियमितताओं की जांच करेंगे। उन्होंने धारावी पुनर्विकास परियोजना की समीक्षा करने का भी ऐलान किया।
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र भर में कई रैलियों को संबोधित किया। लोकसभा चुनाव की अंतिम 13 सीटों पर वोटिंग 20 मई को होनी है। उद्धव ने कहा कि उनका ध्यान लोगों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर है, न कि उनके पीछे की राजनीति पर।
प्रधानमंत्री भ्रमित हैं। यह देश के लिए अच्छा नहीं है....ऐसा लगता है कि अब उनमें दिशा की कमी है। पिछले कार्यकाल में लोगों ने उनके झूठे वादों को सुना है, लेकिन अब उन पर विश्वास नहीं किया जा रहा है।
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