सारांश : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तबीयत कोर्ट में सुनवाई के दौरान खराब हो गई। उन्हें शुगर लेवल कम होने के बाद चाय और बिस्किट दिए गए। यह घटना सीबीआई द्वारा उनकी गिरफ्तारी के बाद हुई।
कोर्ट में केजरीवाल की तबीयत बिगड़ी
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की तबीयत 26 जून को उस समय बिगड़ गई जब कोर्ट में उनकी सुनवाई चल रही थी। सीएम केजरीवाल का शुगर लेवल अचानक कम हो गया, जिसके बाद उन्हें तुरंत दूसरे कमरे में ले जाया गया और चाय व बिस्किट दिए गए।
केजरीवाल की पत्नी का साथ
कोर्ट रूम में केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल भी मौजूद थीं। न्यूज़ एजेंसी एएनआई द्वारा जारी वीडियो में वह अपने पति के साथ नजर आईं। इस स्थिति में सुनीता केजरीवाल ने अपने पति का साथ दिया और उनकी सेहत की देखभाल की।
सीबीआई की गिरफ्तारी और कोर्ट में पेशी
सीएम केजरीवाल को सीबीआई ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार किया था। इसके बाद उन्हें दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। इससे पहले, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 21 मार्च को उन्हें गिरफ्तार किया था। ईडी द्वारा की गई गिरफ्तारी के मामले में जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी थी, लेकिन सीबीआई ने उन्हें पुनः गिरफ्तार कर लिया।
आगामी कानूनी प्रक्रिया
अब सीएम केजरीवाल नई याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल करेंगे। यह मामला तेजी से गंभीरता ले रहा है और केजरीवाल की गिरफ्तारी ने राजनीतिक माहौल में हलचल पैदा कर दी है। आम आदमी पार्टी के समर्थक और नेता इस मामले पर करीबी नजर बनाए हुए हैं।
स्वास्थ्य समस्याएं और राजनीतिक दबाव
केजरीवाल की तबीयत खराब होने की खबर ने उनके समर्थकों और पार्टी के नेताओं के बीच चिंता बढ़ा दी है। राजनीतिक दबाव और कानूनी मामलों के बीच उनकी स्वास्थ्य स्थिति ने सभी को चिंतित कर दिया है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि केजरीवाल की स्वास्थ्य समस्याएं और गिरफ्तारी का उनके राजनीतिक करियर पर क्या असर पड़ता है।
जनता और समर्थकों की प्रतिक्रियाएं
इस घटना के बाद, सोशल मीडिया पर जनता और आम आदमी पार्टी के समर्थकों ने अपनी चिंता व्यक्त की है। ट्विटर और फेसबुक पर लोगों ने केजरीवाल की जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। कई समर्थकों ने सीबीआई और ईडी की कार्यवाही पर सवाल उठाए हैं और इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है।
निष्कर्ष
अरविंद केजरीवाल की तबीयत कोर्ट में खराब होना और सीबीआई की गिरफ्तारी ने उनके राजनीतिक और कानूनी संघर्ष को और जटिल बना दिया है। उनकी स्वास्थ्य स्थिति पर सभी की निगाहें टिकी हैं और आने वाले दिनों में कानूनी प्रक्रियाएं और राजनीतिक घटनाक्रम पर ध्यान केंद्रित रहेगा।
एक टिप्पणी भेजें