सारांश : बजट 2024 की घोषणा के दौरान शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण के दौरान सेंसेक्स में शुरुआती तेजी के बाद भारी गिरावट आई। अंततः सेंसेक्स 1000 से अधिक अंक गिर गया।

Stock Market में भारी गिरावट, Sensex 1000 अंक से अधिक गिरा

शेयर बाजार पर बजट 2024 का प्रभाव:


बजट 2024 की घोषणा के साथ ही शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। मंगलवार को बाजार खुलने के बाद थोड़ी तेजी आई, लेकिन जैसे ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपना बजट भाषण शुरू किया, बाजार की स्थिति तेजी से बदलने लगी। सेंसेक्स ने 180 अंकों की उछाल के साथ 80682 के स्तर को छू लिया, वहीं निफ्टी 37 अंकों के साथ 24546 पर पहुंच गया।


हालांकि, कुछ ही समय में बाजार में गिरावट आने लगी और सेंसेक्स -46.96 अंक गिरकर 80,456.51 पर आ गया। बजट भाषण के दौरान सेंसेक्स में उतार-चढ़ाव की स्थिति साफ तौर पर नजर आ रही थी। वित्त मंत्री का बजट भाषण खत्म होते ही बाजार में एक बड़ी गिरावट आई और सेंसेक्स 1200 अंक तक गिर गया। खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स 500 अंक गिरकर 80,019.42 पर पहुंच गया था।


बाजार की शुरुआती तेजी:


बाजार की शुरुआत तेजी के साथ हुई थी। सेंसेक्स 200 अंकों से ज्यादा ऊपर खुला था और निफ्टी 70 अंकों के ऊपर था। मिडकैप इंडेक्स में भी 300 अंकों की अच्छी तेजी देखने को मिली। सेंसेक्स 222 अंक चढ़कर 80,724 पर और निफ्टी 59 अंक चढ़कर 24,568 पर खुला। बैंक निफ्टी भी 231 अंक ऊपर 52,511 पर खुला था।


बजट भाषण के दौरान बाजार की स्थिति:


बजट भाषण के दौरान बाजार में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रही। शुरुआती बढ़त के बाद सेंसेक्स में भारी गिरावट आई। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के भाषण के दौरान बाजार पूरी तरह से असमंजस की स्थिति में दिखा। कुछ ही समय में बाजार की तेजी समाप्त हो गई और गिरावट का सिलसिला शुरू हो गया।


बाजार की गिरावट के कारण:


बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि बजट 2024 की घोषणाओं से निवेशकों की उम्मीदों पर पानी फिर गया। बजट में कुछ ऐसी घोषणाएं की गईं, जिनसे निवेशकों की चिंताएं बढ़ गईं। खासकर कस्टम ड्यूटी में बदलाव और कर सुधारों से बाजार में नकारात्मक प्रभाव पड़ा। इसके अलावा, वैश्विक बाजार की अस्थिरता और विदेशी निवेशकों की बिकवाली ने भी बाजार की गिरावट में योगदान दिया।


निवेशकों के लिए सलाह:


विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार की मौजूदा स्थिति में धैर्य रखना महत्वपूर्ण है। निवेशकों को जल्दबाजी में निर्णय नहीं लेना चाहिए और लंबी अवधि के लिए निवेश योजनाओं पर ध्यान देना चाहिए। बाजार में गिरावट के बावजूद, कुछ क्षेत्रों में निवेश के अच्छे अवसर भी मिल सकते हैं। निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो का पुनर्मूल्यांकन करना चाहिए और विशेषज्ञों की सलाह लेनी चाहिए।


आर्थिक सुधार और भविष्य की उम्मीदें:


बजट 2024 में सरकार ने आर्थिक सुधारों पर जोर दिया है। विभिन्न क्षेत्रों के विकास के लिए कई योजनाओं की घोषणा की गई है। सरकार का लक्ष्य आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देना और रोजगार के अवसर पैदा करना है। हालांकि, बाजार की मौजूदा स्थिति से यह स्पष्ट है कि निवेशकों को बजट से ज्यादा उम्मीदें थीं।


बजट 2024 की घोषणाओं के बाद शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया। शुरुआती तेजी के बाद भारी गिरावट आई और सेंसेक्स 1000 से अधिक अंक गिर गया। निवेशकों को मौजूदा स्थिति में धैर्य रखना चाहिए और लंबी अवधि के निवेश योजनाओं पर ध्यान देना चाहिए।

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