सारांश : कोरोना वायरस के नए वेरिएंट फ्लूक (FLuQE) ने ऑस्ट्रेलिया में दस्तक दी है। यह वेरिएंट फ्लर्ट (FLiRT) का वंशज है और तेजी से फैल रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस नए वेरिएंट के आने से इम्यून सिस्टम और वायरस के बीच की लड़ाई और भी जटिल हो जाएगी। इसके संक्रमण और संचरण को रोकने के लिए उन्नत टीकों और नाक स्प्रे जैसे नए उपायों की जरूरत है।
कोरोना वायरस अभी भी खतरे के रूप में बना हुआ है और अपने नए रूपों में लगातार सामने आ रहा है। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में कोरोना के नए वेरिएंट फ्लूक (FLuQE) की पहचान की गई है। यह वेरिएंट फ्लर्ट (FLiRT) का वंशज है, जो ओमिक्रॉन वेरिएंट जेएन.1 का उपवंश है। इससे पहले केपी.2 ने मई में ऑस्ट्रेलिया और अन्य स्थानों पर संक्रमण बढ़ाया था।
फ्लूक, फ्लर्ट का ही एक विकसित रूप है और यह तेजी से फैल रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह नया वेरिएंट भी प्रतिरक्षा प्रणाली से बचने और हमारी कोशिकाओं को संक्रमित करने के लिए अच्छी तरह से अनुकूलित है। अब तक इस पर व्यापक शोध नहीं हुआ है, लेकिन इसके प्रसार की गति चिंता का विषय बनी हुई है।
ऑस्ट्रेलिया के न्यूकैसल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर नाथन बार्टलेट का कहना है कि फ्लूक और फ्लर्ट वेरिएंट के व्यापक संक्रमण के साथ, जनता की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। हालांकि, जब तक हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली इन वेरिएंट के अनुकूल होती है, तब तक नए म्यूटेशन से और भी वेरिएंट आ सकते हैं।
हमारे इम्यून सिस्टम और सार्स-कोव-2 वायरस के बीच एक रस्साकशी चल रही है। मौजूदा टीके संक्रमण से पूरी तरह से रक्षा नहीं कर पाते हैं और न ही वायरस के संचरण को दबा पाते हैं। हालांकि, वे गंभीर बीमारी से बचाने में काफी प्रभावी हैं। संक्रमण की उच्च दर वायरस को और विकसित होने के अधिक अवसर देती है।
अगली पीढ़ी के टीकों और उपचारों को संक्रमण और संचरण को कम करने के लिए ऊपरी श्वसन पथ (नाक और गले) में प्रतिरक्षा को बढ़ावा देना आवश्यक है। यहीं से संक्रमण की शुरुआत होती है। इस उद्देश्य के लिए प्रतिरक्षा-उत्तेजक नाक स्प्रे और नाक के टीके विकसित किए जा रहे हैं।
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के खिलाफ लड़ाई में नाक स्प्रे और नाक के टीके महत्वपूर्ण हो सकते हैं। यह उपाय संक्रमण की शुरुआत में ही वायरस को रोकने में मदद कर सकते हैं। यह टीके और स्प्रे हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए बनाए गए हैं ताकि वायरस का प्रभाव कम हो सके।
इस प्रकार, कोरोना वायरस के नए वेरिएंट फ्लूक से निपटने के लिए हमें टीकाकरण और उन्नत उपचारों की आवश्यकता है। हमें अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने और स्वास्थ्य देखभाल में सुधार के लिए निरंतर प्रयास करने होंगे। यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है, और हमें सतर्क रहना होगा।
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