सारांश: दिल्ली-NCR में सोमवार को झमाझम बारिश से लोगों को उमस से राहत मिली। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में केरल, कर्नाटक और गोवा में भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। महाराष्ट्र के चार जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, केरल के कई जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद रखने का आदेश दिया गया है।
बारिश की दस्तक: दिल्ली-NCR में सोमवार की सुबह
नई दिल्ली: सोमवार को दिल्ली-NCR के कई इलाकों में झमाझम बारिश से लोगों को उमस भरे मौसम से राहत मिली। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, मानसून अब नीचे की ओर खिसकना शुरू हो गया है और इस सप्ताह तटीय केरल, कर्नाटक और कोंकण गोवा की ओर बढ़ रहा है।
IMD ने यह भी बताया कि आने वाले दिनों में इन राज्यों में भारी बारिश और आंधी-तूफान का अनुमान है। दिल्ली के पंडित पंत मार्ग, जनपथ और सिविल लाइन्स जैसे क्षेत्रों में बारिश का वीडियो न्यूज एजेंसी ANI ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर शेयर किया है।
महाराष्ट्र और केरल में रेड अलर्ट जारी
IMD ने अपने अपडेट में कहा है कि केरल, कर्नाटक और गोवा के कुछ हिस्सों में अगले कुछ दिनों में 20 सेमी से ज्यादा बारिश होगी। इसके चलते महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, रायगढ़, सिंधुदुर्ग, पुणे, सतारा, कोल्हापुर, परभणी, हिंगोली, अमरावती, वर्धा और यवतमाल के लिए ऑरेंज अलर्ट और मुंबई, ठाणे, पालघर और धुले के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
केरल के कई जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद
केरल में भी मौसम विभाग ने सोमवार को मलप्पुरम, कन्नूर और कासरगोड के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, कोझिकोड और वायनाड के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। भारी बारिश और आंधी के कारण केरल के छह जिलों में स्कूल और कॉलेज 15 जुलाई को बंद रखने का आदेश दिया गया है।
दिल्ली के लिए क्या है स्थिति?
IMD के वैज्ञानिक डॉ. नरेश कुमार ने ANI को बताया, "मानसून आज से नीचे की ओर बढ़ रहा है। हम आने वाले दिनों के लिए तटीय कर्नाटक, केरल और कोंकण गोवा के लिए रेड अलर्ट जारी कर रहे हैं। वहां 20 सेमी से अधिक बारिश हो सकती है। आने वाले दिनों में दिल्ली-NCR में हल्की बारिश होगी। दिल्ली के लिए कोई अलर्ट नहीं है।”
दिल्ली में बारिश के फायदे
दिल्ली में सोमवार की बारिश ने उमस भरे मौसम से राहत दी और तापमान में गिरावट आई। लोगों ने राहत की सांस ली और बच्चों ने बारिश का आनंद लिया। सड़कों पर थोड़ी-बहुत जलभराव की समस्या भी सामने आई, लेकिन सामान्य जनजीवन पर इसका ज्यादा असर नहीं पड़ा।
गोवा, कर्नाटक और महाराष्ट्र की स्थिति
गोवा और कर्नाटक के तटीय इलाकों में भी भारी बारिश की संभावना है। तटीय क्षेत्रों में मछुआरों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। महाराष्ट्र के चार जिलों में रेड अलर्ट के चलते प्रशासन ने आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी हैं।
जलवायु परिवर्तन और बढ़ती वर्षा
विशेषज्ञों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम में तेजी से बदलाव आ रहे हैं। बढ़ती वर्षा और आंधी-तूफान के कारण किसानों और सामान्य जनजीवन पर प्रभाव पड़ सकता है।
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