सारांश: हिमाचल प्रदेश में क्रिसमस पर हुई भारी बर्फबारी से पर्यटन स्थलों की खूबसूरती बढ़ गई, लेकिन यह प्राकृतिक आपदा बनकर सामने आई। शिमला, मनाली और अन्य इलाकों में तापमान शून्य से नीचे चला गया, जिससे 8000 पर्यटकों को रेस्क्यू करना पड़ा। दुर्घटनाओं में 4 लोगों की मौत हुई और 223 सड़कों को यातायात के लिए बंद करना पड़ा।
हिमाचल में बर्फबारी का स्वर्ग जैसा नज़ारा और चुनौती
हिमाचल प्रदेश के शिमला और मनाली जैसे पर्यटन स्थल क्रिसमस के दौरान बर्फ की सफेद चादर से ढक गए, जो पर्यटकों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं लग रहे थे। हालांकि, इस खूबसूरत नज़ारे के पीछे भारी परेशानियां छिपी हुई थीं। शून्य से कई डिग्री नीचे चले गए तापमान ने जहां पर्यटकों के उत्साह को बढ़ाया, वहीं फिसलन भरी सड़कों और लंबा ट्रैफिक जाम ने मुश्किलें भी खड़ी कर दीं।
अटल सुरंग के पास वाहनों की भीड़
मनाली और लेह को जोड़ने वाली अटल सुरंग के दोनों द्वारों पर करीब 1500 वाहन बर्फ में फंस गए। इन वाहनों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रशासन ने बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। बर्फ की मोटी परत और फिसलन भरी सड़कों ने स्थिति को और गंभीर बना दिया।
रातभर चले रेस्क्यू ऑपरेशन में 8000 पर्यटक बचाए गए
मनाली के डीएसपी केडी शर्मा ने बताया कि सोमवार दोपहर से शुरू हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन मंगलवार सुबह तक जारी रहा। इस दौरान पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने शून्य से नीचे के तापमान में कार्य करते हुए 8000 पर्यटकों को सुरक्षित निकाला। लाहौल घाटी में फावड़ों की मदद से बर्फ हटाकर रास्ता बनाया गया।
दुर्घटनाओं में 4 लोगों की जान गई
भारी बर्फबारी के चलते फिसलन भरी सड़कों पर कई वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गए। इन हादसों में 4 लोगों की मौत हो गई। यह घटनाएं शिमला और मनाली में हुईं, जहां पर्यटकों की बड़ी संख्या मौजूद थी।
223 सड़कें बंद, यातायात प्रभावित
बर्फबारी के कारण तीन राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कुल 223 सड़कें यातायात के लिए बंद कर दी गईं। कुल्लू जिले में सैंज से औट और किन्नौर जिले में खाब संगम तक के रास्ते बंद हो गए। लाहौल-स्पीति जिले में ग्रामफू के पास भी सड़कें अवरुद्ध हो गईं।
प्रशासन की अपील और सुरक्षा उपाय
स्थानीय प्रशासन ने पर्यटकों और निवासियों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और मौसम विभाग के अपडेट का पालन करें। विशेष रूप से, वे लोग जो बर्फीली सड़कों पर गाड़ी चलाने के अभ्यस्त नहीं हैं, उन्हें सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
पर्यटकों की प्रतिक्रिया
बर्फबारी में फंसे पर्यटकों ने इस अनुभव को "भयानक" बताया। कुछ ने कहा कि उन्हें बर्फीली सड़कों पर गाड़ी चलाने का कोई अनुभव नहीं था और फिसलन के कारण स्थिति और बिगड़ गई। ठंडे तापमान में वाहनों में रात बिताना उनके लिए बेहद कठिन था।
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