सारांश : मेरठ के परतापुर में चल रही पंडित प्रदीप मिश्रा की शिवपुराण कथा के दौरान एंट्री गेट पर धक्का-मुक्की हुई, जिसमें कई महिला और बुजुर्ग घायल हो गए। हालांकि पुलिस ने भगदड़ की खबरों को खारिज करते हुए व्यवस्था शांतिपूर्ण होने का दावा किया है।

Meerut की Shiva Purana कथा में अफरा-तफरी: एंट्री गेट पर धक्का-मुक्की से कई महिला-बुजुर्ग घायल, Police का भगदड़ से इनकार


मेरठ के परतापुर क्षेत्र में चल रही पंडित प्रदीप मिश्रा की शिवपुराण कथा में सोमवार को अचानक अफरा-तफरी का माहौल बन गया। शताब्दीनगर सेक्टर 4 में हो रहे इस धार्मिक आयोजन में एंट्री गेट पर धक्का-मुक्की के कारण कुछ महिला और बुजुर्ग घायल हो गए। घटना के बाद से वहां मौजूद पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीमें हरकत में आईं।


घटना की पृष्ठभूमि

15 दिसंबर से 21 दिसंबर तक श्री केदारेश्वर सेवा समिति द्वारा आयोजित इस शिवपुराण कथा में देशभर से लाखों श्रद्धालु आ रहे हैं। कथा हर दिन दोपहर 1 बजे से 4 बजे तक आयोजित हो रही है, जिसमें मेरठ के अलावा अन्य जिलों और राज्यों से भी भक्त शामिल हो रहे हैं।


पुलिस और आयोजन समिति ने श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लगभग 1,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया था। इसके बावजूद कथा के छठे दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण एंट्री गेट पर स्थिति बिगड़ गई।


घटना का विवरण

रिपोर्ट्स के अनुसार, दोपहर 1 बजे कथा शुरू होते ही एंट्री गेट पर श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने लगी। जैसे-जैसे दोपहर हुई, यह संख्या डेढ़ लाख तक पहुंच गई। इसी दौरान गेट पर तैनात बाउंसर्स ने अंदर जा रही महिलाओं को रोकने की कोशिश की। इससे गेट पर धक्का-मुक्की शुरू हो गई और कई लोग गिरकर घायल हो गए।


पुलिस का बयान

घटना के बाद मेरठ एसपी ने भगदड़ की खबरों को गलत बताते हुए कहा, "यहां परतापुर में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा शांतिपूर्ण तरीके से चल रही है। किसी भी प्रकार की भगदड़ नहीं मची है। कुछ लोगों को मामूली चोटें आई हैं, लेकिन स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। मौके पर पुलिस बल और स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौजूद हैं।"


श्रद्धालुओं का अनुभव

कथा में शामिल होने आए श्रद्धालुओं का कहना है कि आयोजन स्थल पर व्यवस्थाएं मजबूत थीं, लेकिन भारी भीड़ के कारण स्थिति थोड़ी बिगड़ गई। एक महिला श्रद्धालु ने बताया, "गेट पर लोग जल्दी अंदर जाने की कोशिश कर रहे थे, जिससे धक्का-मुक्की हुई। हालांकि पुलिस और आयोजकों ने जल्द ही स्थिति संभाल ली।"


सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल

हालांकि, इस घटना ने इतने बड़े आयोजन में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। लाखों श्रद्धालुओं की उपस्थिति को देखते हुए गेट पर व्यवस्था मजबूत करने की आवश्यकता थी।


भविष्य की सावधानियां

आयोजन समिति और पुलिस प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि आगामी दिनों में सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता किया जाएगा। एंट्री और एग्जिट प्वाइंट्स पर अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।


निष्कर्ष

मेरठ में चल रही शिवपुराण कथा में हुई इस घटना ने धार्मिक आयोजनों में भीड़ प्रबंधन की आवश्यकता को उजागर किया है। हालांकि पुलिस और प्रशासन ने स्थिति को संभाल लिया, लेकिन यह एक चेतावनी है कि भविष्य में बेहतर व्यवस्था और समन्वय जरूरी है।

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