सारांश: RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने 10 दिसंबर को अपने पद से रिटायरमेंट की घोषणा की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्तीय क्षेत्र के हितधारकों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। दास ने अपने कार्यकाल में आर्थिक चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करते हुए आरबीआई को एक विश्वसनीय संस्थान के रूप में और ऊंचाई पर पहुंचाने का श्रेय अपनी टीम को दिया। उनकी जगह राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा नए आरबीआई गवर्नर के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज 10 दिसंबर को अपने पद से रिटायरमेंट ले लिया। शक्तिकांत दास, जिन्हें दिसंबर 2018 में गवर्नर नियुक्त किया गया था, ने अपने छह वर्षों के कार्यकाल में भारतीय अर्थव्यवस्था और वित्तीय क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण बदलावों का नेतृत्व किया।
शक्तिकांत दास का विदाई संदेश
शक्तिकांत दास ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और आरबीआई की टीम को धन्यवाद दिया। उन्होंने लिखा, “आरबीआई गवर्नर के रूप में मेरी यात्रा आज समाप्त हो रही है। मैं इस अवसर के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मार्गदर्शन के प्रति गहरा आभार प्रकट करता हूं। उनकी दूरदृष्टि ने नीतिगत निर्णयों को बेहतर ढंग से लागू करने में मेरी मदद की।”
उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए कहा कि उनके समर्थन से राजकोषीय और मौद्रिक समन्वय अपने सर्वश्रेष्ठ स्तर पर रहा। इस समन्वय ने अर्थव्यवस्था को असाधारण चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाया।
आर्थिक चुनौतियों पर नेतृत्व
दास ने अपने कार्यकाल के दौरान कोविड-19 महामारी, वैश्विक आर्थिक अस्थिरता और मुद्रास्फीति जैसी चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया। उन्होंने कहा, “हमने वैश्विक आर्थिक झटकों के असाधारण कठिन दौर को पार किया। आरबीआई की पूरी टीम के साथ काम करते हुए हमने भारत को वित्तीय स्थिरता और आर्थिक वृद्धि के पथ पर बनाए रखा।”
दास ने भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिरता बनाए रखने में वित्तीय क्षेत्र के हितधारकों और विशेषज्ञों की भूमिका को भी सराहा। उन्होंने कहा, “वित्तीय नीतियों और सुझावों के लिए मैं अर्थशास्त्रियों, उद्योग निकायों और विभिन्न संगठनों का आभारी हूं। उनके सहयोग से नीतिगत निर्णयों को सही दिशा में ले जाने में मदद मिली।”
नए गवर्नर का स्वागत
शक्तिकांत दास की जगह राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा 11 दिसंबर को आरबीआई के नए गवर्नर के रूप में कार्यभार संभालेंगे। दास ने मल्होत्रा को शुभकामनाएं देते हुए कहा, “मुझे विश्वास है कि उनके नेतृत्व में आरबीआई नई ऊंचाइयों को छुएगा।”
शक्तिकांत दास का प्रभावशाली करियर
1980 बैच के आईएएस अधिकारी शक्तिकांत दास ने अपने करियर में वित्त, कराधान, और बुनियादी ढांचे जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सेवा दी है। आरबीआई गवर्नर बनने से पहले वह राजस्व विभाग और आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव रह चुके हैं। सेवानिवृत्ति के बाद, उन्होंने 15वें वित्त आयोग के सदस्य और भारत के जी20 शेरपा के रूप में भी जिम्मेदारी संभाली।
आरबीआई के प्रति दास की भावनाएं
दास ने कहा, “आरबीआई एक भरोसेमंद और विश्वसनीय संस्थान के रूप में उभरकर सामने आया है। यह देखकर मुझे गर्व होता है। मेरी शुभकामनाएं हैं कि यह संस्थान आगे भी देश की सेवा में उत्कृष्टता बनाए रखे।”
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