सारांश : घरेलू शेयर बाजार ने लगातार दूसरे दिन सकारात्मक रुख दिखाया। सेंसेक्स 192.03 अंक चढ़ा, जबकि निफ्टी ने 44.65 अंकों की बढ़त दर्ज की। हालांकि, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 85.16 प्रति डॉलर के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया। विदेशी पूंजी निकासी और एशियाई बाजारों के मिले-जुले संकेतों ने बाजार को प्रभावित किया।

Stock Market में लगातार दूसरा दिन तेजी, Sensex-Nifty ने दिखाई मजबूती, रुपया निचले स्तर पर


शेयर बाजार में मजबूती, लेकिन उतार-चढ़ाव जारी

घरेलू शेयर बाजार में मंगलवार को भी तेजी का माहौल रहा। बीते हफ्ते की भारी गिरावट से उबरते हुए, सेंसेक्स और निफ्टी ने सकारात्मक शुरुआत की। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 192.03 अंक की बढ़त के साथ 78,732.20 पर पहुंचा, जबकि निफ्टी 44.65 अंक ऊपर जाकर 23,798.10 पर ट्रेड कर रहा था।


हालांकि, विदेशी पूंजी की सतत निकासी और एशियाई बाजारों के मिले-जुले संकेतों के चलते बाजार में जल्द ही उतार-चढ़ाव का दौर शुरू हो गया। दिन के मध्य में सेंसेक्स 27.66 अंकों की गिरावट के साथ 78,538.95 पर आ गया, जबकि निफ्टी मामूली रूप से 7 अंक की बढ़त के साथ 23,760.45 पर कारोबार करता दिखा।


सेंसेक्स के 30 शेयरों का प्रदर्शन

सेंसेक्स में शामिल 30 प्रमुख कंपनियों में से कुछ ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। टाटा मोटर्स, टीसीएस, इंफोसिस, नेस्ले और एचसीएल टेक के शेयरों में बढ़त देखी गई। दूसरी ओर, जोमैटो, टाटा स्टील, भारती एयरटेल, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक और अदाणी पोर्ट्स के शेयरों में गिरावट रही।


निफ्टी के टॉप गेनर्स और लूजर्स

निफ्टी में भी मिश्रित प्रदर्शन देखने को मिला। आईटी और एफएमसीजी सेक्टर के शेयरों ने अच्छा प्रदर्शन किया, जबकि मेटल और बैंकिंग सेक्टर दबाव में रहे। विशेषज्ञों का मानना है कि विदेशी निवेशकों की बिकवाली और कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव का असर इन सेक्टरों पर पड़ा।


रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर

अमेरिकी मुद्रा की मजबूती और विदेशी पूंजी की निकासी ने भारतीय रुपये को कमजोर किया। मंगलवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 85.10 प्रति डॉलर पर खुला और जल्द ही गिरकर 85.16 के नए सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया। यह सोमवार के बंद भाव 85.11 से पांच पैसे कमजोर है।


विदेशी पूंजी निकासी का असर

विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को भारतीय बाजारों से 168.71 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, विदेशी पूंजी की निकासी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियों को लेकर अनिश्चितता ने घरेलू बाजार पर दबाव डाला है।


पिछले सत्र की मजबूती का असर

सोमवार को पांच दिनों की गिरावट के बाद शेयर बाजार ने मजबूती दिखाई थी। बीएसई सेंसेक्स 498.58 अंक यानी 0.64% चढ़कर 78,540.17 पर बंद हुआ था। निफ्टी में भी 165.95 अंकों की बढ़त दर्ज की गई थी, जिससे यह 23,753.45 पर पहुंच गया था। आईटीसी, एचडीएफसी बैंक और रिलायंस जैसे बड़े शेयरों में लिवाली ने इस बढ़त में योगदान दिया था।


वैश्विक बाजारों का प्रभाव

एशियाई बाजारों के मिले-जुले संकेतों और अमेरिकी डॉलर की मजबूती ने घरेलू बाजार की चाल पर असर डाला। इसके अलावा, कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और वैश्विक बाजारों में मंदी की आशंका ने भी निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया।


आगे की राह

बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय शेयर बाजार की चाल मुख्यतः विदेशी पूंजी के प्रवाह, अमेरिकी डॉलर की स्थिति, और घरेलू कंपनियों की तिमाही नतीजों पर निर्भर करेगी। आईटी और एफएमसीजी सेक्टर में लिवाली जारी रहने की संभावना है, जबकि बैंकिंग और मेटल सेक्टर में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है।

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