सारांश : बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर राष्ट्रगान के अपमान का आरोप लगाते हुए विपक्ष ने जोरदार प्रदर्शन किया। विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों पर केस दर्ज करने की मांग की। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि यह कृत्य बर्दाश्त योग्य नहीं है और मुख्यमंत्री को देश से माफी मांगनी चाहिए। इस मुद्दे पर सदन में हंगामा हुआ, वहीं मंत्री विजय चौधरी ने सीएम का बचाव किया।
बिहार की राजनीति में शुक्रवार को बड़ा विवाद खड़ा हो गया जब विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर राष्ट्रगान के अपमान का आरोप लगाते हुए विपक्ष ने हंगामा किया। यह मामला तब उठा जब गुरुवार को पटना के एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री राष्ट्रगान के समय लोगों का अभिवादन करते हुए दिखे। विपक्ष ने इसे राष्ट्रगान का अपमान बताते हुए मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
विधानसभा में विपक्ष का प्रदर्शन
शुक्रवार को बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्षी दलों के सदस्यों ने हाथों में राष्ट्रीय ध्वज लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। विपक्ष ने मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उन्हें 140 करोड़ भारतीयों से माफी मांगने को कहा। विपक्षी नेताओं ने मांग की कि इस गंभीर मामले पर मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम पर कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
तेजस्वी यादव का सरकार पर हमला
नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने राष्ट्रगान का अपमान किया है, जो किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और हमें उनकी सेहत की चिंता है, लेकिन राष्ट्रगान का अपमान गंभीर मामला है और इस पर माफी मांगी जानी चाहिए।
विधानसभा में कार्य स्थगन प्रस्ताव
तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे को लेकर विधानसभा में कार्य स्थगन प्रस्ताव भी दिया। उन्होंने कहा कि देश की जनता इस घटना से आहत हुई है, इसलिए सदन की सभी कार्यवाहियों को रोककर इस विषय पर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार इस मामले में चुप है, जबकि यह राष्ट्र के सम्मान से जुड़ा मामला है।
प्रधानमंत्री मोदी पर भी साधा निशाना
तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री उनके लाडले हैं, लेकिन उन्होंने इस गंभीर मुद्दे पर एक भी ट्वीट नहीं किया। उन्होंने भाजपा को 'बड़का नौटंकी पार्टी' करार देते हुए कहा कि बिहार में दो उपमुख्यमंत्री हैं, लेकिन वे भी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं।
डिप्टी सीएम पर भी मुकदमे की मांग
तेजस्वी यादव ने कहा कि राष्ट्रगान के अपमान पर कानून के तहत तीन साल की सजा का प्रावधान है, इसलिए मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्रियों पर मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। इस मामले को लेकर बिहार विधान परिषद के बाहर भी विरोध प्रदर्शन हुआ, जहां राबड़ी देवी के नेतृत्व में आरजेडी नेताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
मंत्री विजय चौधरी ने किया मुख्यमंत्री का बचाव
बिहार सरकार के मंत्री विजय चौधरी ने सदन में मुख्यमंत्री का बचाव करते हुए कहा कि देश की जनता जानती है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रगान और देश का कितना सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष बिना वजह हंगामा कर रहा है और मुद्दे को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कार्य स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा की समय सीमा को लेकर भी विपक्ष पर सवाल उठाए।
आरजेडी सांसद मीसा भारती ने केंद्र सरकार से पूछे सवाल
आरजेडी सांसद मीसा भारती ने भी इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से सवाल पूछते हुए कहा कि केंद्र सरकार को इस पर स्पष्ट रुख अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि राष्ट्रगान के अपमान का मामला किसी और पार्टी के नेता से जुड़ा होता तो अब तक भाजपा और उसके नेता कड़ी कार्रवाई की मांग कर चुके होते।
निष्कर्ष
बिहार विधानसभा में राष्ट्रगान अपमान विवाद को लेकर विपक्ष और सरकार के बीच जबरदस्त टकराव देखने को मिला। विपक्ष ने इस मामले को बड़ा मुद्दा बनाते हुए मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों पर केस दर्ज करने की मांग की, वहीं सरकार ने इसे विपक्ष की राजनीतिक चाल करार दिया। अब यह देखना होगा कि यह मामला आगे क्या मोड़ लेता है और सरकार इस विवाद पर क्या कदम उठाती है।
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