अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति भारतीय समाज में अंधश्रद्धा और अंधविश्वास के खिलाफ लड़ाई के लिए स्थापित गैर-सरकारी संगठन है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को जागरूक करना, उन्हें विज्ञान, तार्किकता और युक्तिवाद के माध्यम से जानकारी प्रदान करना और धार्मिक अंधविश्वासों के खिलाफ लड़ाई करना है।
इतिहास
अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति की स्थापना 1949 में भारतीय नेता मुंशी प्रेमचंद द्वारा की गई थी। इस समिति के संस्थापकों में लाला लाजपत राय, जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल, डॉ. भीमराव आंबेडकर, डॉ. स्वामी श्रद्धानंद, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, जयप्रकाश नारायण और विनोबा भावे शामिल थे।
कार्य
अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के कार्यक्रमों में अंधश्रद्धा और धार्मिक अंधविश्वासों के खिलाफ जागरूकता और शिक्षा शामिल हैं। समिति द्वारा संचालित कार्यक्रमों में संगठन की ओर से प्रकाशित पुस्तकें, सेमिनार, कार्यशालाएं, वार्ता-विवाद आयोजित किए जाते हैं। इन कार्यक्रमों में धार्मिक विचारधारा के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाती है और लोगों को तार्किकता और विज्ञान के माध्यम से जानकारी प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया जाता है।