परिचय
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) भारत में चुनाव प्रक्रिया के लिए उपयोग की जाने वाली एक प्रौद्योगिकी है। यह मशीन निर्वाचन के समय मतदाताओं को वोट करने की सुविधा प्रदान करती है और मतगणना को सुरक्षित और तेज बनाती है। ईवीएम का प्रयोग भारत में १९९९ से शुरू हुआ था।
कार्य
ईवीएम में मतदाता अपने पसंदीदा उम्मीदवार के खिलाफ बटन दबाते हैं। यह मशीन वोट को अलग-अलग उम्मीदवारों के लिए टैली करती है और मतगणना के लिए डेटा तैयार करती है। इसके बाद, इस डेटा को मतगणना केंद्रों पर भेजा जाता है जहां मतगणना की प्रक्रिया होती है।
लाभ
ईवीएम का उपयोग कई लाभ प्रदान करता है, जैसे कि मतगणना की गलतियों को कम करना, विवाद को कम करना, और चुनाव प्रक्रिया को तेज और प्रभावी बनाना।
विवाद
हालांकि, कुछ लोगों ने ईवीएम प्रणाली पर संदेह जताया है और उन्होंने इसे घोटाले और चुनाव धांधली का माध्यम बताया है।
सुरक्षा
ईवीएम की सुरक्षा को लेकर चिंताएं भी उठी हैं। सुरक्षा के मामले में, चुनाव आयोग ने कई उपाय अपनाए हैं ताकि चुनाव प्रक्रिया में कोई भी गड़बड़ी न हो।
समाप्ति
अधिकांश देशों में, ईवीएम का प्रयोग चुनाव प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी, सुगम, और सुरक्षित बनाने के लिए बढ़ावा दिया गया है। हालांकि, कुछ देशों में ईवीएम का प्रयोग अभी भी विवादित है।