आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी, जिसे ICC Champions Trophy के नाम से भी जाना जाता है, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) द्वारा आयोजित एक प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट है। यह टूर्नामेंट एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय (ODI) फॉर्मेट में खेला जाता है और इसमें शीर्ष क्रिकेट खेलने वाले देशों की टीमें भाग लेती हैं। चैंपियंस ट्रॉफी का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर क्रिकेट को बढ़ावा देना और विभिन्न टीमों के बीच प्रतिस्पर्धा को प्रोत्साहित करना है।
इतिहास और स्थापना
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत 1998 में हुई थी। यह टूर्नामेंट पहली बार बांग्लादेश में आयोजित किया गया था और तब इसे "ICC KnockOut Tournament" के नाम से जाना जाता था। 2002 में, इसका नाम बदलकर "आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी" कर दिया गया। प्रारंभ में, इस टूर्नामेंट का आयोजन हर दो साल में किया जाता था, लेकिन बाद में इसे हर चार साल में आयोजित किया जाने लगा।
प्रारूप
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में भाग लेने वाली टीमें सीमित होती हैं, आमतौर पर 8 से 10 टीमें। टूर्नामेंट में राउंड रॉबिन और नॉकआउट चरण होते हैं। राउंड रॉबिन चरण में, टीमें ग्रुप में विभाजित होती हैं और प्रत्येक ग्रुप की शीर्ष टीमें सेमीफाइनल में प्रवेश करती हैं। इसके बाद सेमीफाइनल और फाइनल मैच आयोजित किए जाते हैं।
प्रमुख प्रतियोगिताएँ और विजेता
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी ने कई रोमांचक और यादगार मुकाबले देखे हैं। कुछ प्रमुख विजेताओं में शामिल हैं:
- 1998: दक्षिण अफ्रीका
- 2000: न्यूज़ीलैंड
- 2002: भारत और श्रीलंका (साझा विजेता)
- 2004: वेस्टइंडीज
- 2006: ऑस्ट्रेलिया
- 2009: ऑस्ट्रेलिया
- 2013: भारत
- 2017: पाकिस्तान
2017 चैंपियंस ट्रॉफी
2017 में आयोजित आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मैच पाकिस्तान और भारत के बीच खेला गया था। यह मैच इंग्लैंड के ओवल मैदान में हुआ था और पाकिस्तान ने भारत को हराकर पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। इस जीत ने पाकिस्तान क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण को चिन्हित किया।
भविष्य और विवाद
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का भविष्य अक्सर चर्चा का विषय रहा है। 2021 में, आईसीसी ने घोषणा की कि 2025 में यह टूर्नामेंट एक बार फिर से आयोजित किया जाएगा, और इसकी मेजबानी पाकिस्तान को सौंपी गई है। यह पहली बार होगा जब 1996 के बाद पाकिस्तान किसी प्रमुख आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा।
चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन में कई बार विवाद भी हुए हैं, जैसे सुरक्षा मुद्दे, टीमों के चयन में विवाद, और टूर्नामेंट के शेड्यूल में बदलाव। इसके बावजूद, यह टूर्नामेंट क्रिकेट प्रशंसकों के बीच बेहद लोकप्रिय रहा है और क्रिकेट के खेल में प्रतिस्पर्धात्मकता और उत्साह को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।