नासकॉम (NASSCOM)

राष्ट्रीय सॉफ्टवेयर और सेवा कंपनियां संघ (नासकॉम)

  • स्थापना: 1988
  • मुख्यालय: नोएडा, उत्तर प्रदेश, भारत
  • अध्यक्ष: देबजानी घोष (जुलाई 2024 तक)
  • सदस्य संख्या: 3,000 से अधिक कंपनियाँ
  • वेबसाइट: nasscom.in

नासकॉम (NASSCOM)


नासकॉम (NASSCOM) या राष्ट्रीय सॉफ्टवेयर और सेवा कंपनियां संघ, भारत में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग (बीपीओ) उद्योगों का एक अग्रणी व्यापार संघ है। यह भारतीय आईटी उद्योग को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के उद्देश्य से स्थापित किया गया था।


इतिहास:

नासकॉम की स्थापना 1988 में की गई थी, जब भारतीय आईटी उद्योग अपनी प्रारंभिक अवस्था में था। इसका उद्देश्य आईटी उद्योग के लिए एक मजबूत मंच प्रदान करना और सरकार तथा अन्य महत्वपूर्ण हितधारकों के साथ सहयोग करना था।


उद्देश्य:

  • भारतीय आईटी और बीपीओ उद्योग को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना।
  • आईटी उद्योग की वृद्धि और विकास को प्रोत्साहित करना।
  • नीति निर्धारकों और सरकार के साथ मिलकर उद्योग के हितों की रक्षा करना।
  • उद्योग में नवाचार और अनुसंधान को प्रोत्साहित करना।


मुख्य गतिविधियाँ:

  • नीति समर्थन और वकालत: नासकॉम आईटी और बीपीओ उद्योग के लिए अनुकूल नीतियों और विनियमों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार के साथ काम करता है।
  • शोध और विश्लेषण: उद्योग के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत रिपोर्ट और विश्लेषण प्रस्तुत करता है।
  • प्रशिक्षण और कौशल विकास: उद्योग के लिए आवश्यक कौशल विकास और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करता है।
  • कार्यक्रम और सम्मेलन: उद्योग के पेशेवरों और विशेषज्ञों के लिए विभिन्न कार्यक्रम और सम्मेलन आयोजित करता है।
  • नेटवर्किंग और सहयोग: उद्योग के सदस्यों के बीच नेटवर्किंग और सहयोग को बढ़ावा देता है।


महत्वपूर्ण योगदान:

नासकॉम ने भारतीय आईटी उद्योग को वैश्विक मानचित्र पर स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके प्रयासों से भारतीय आईटी कंपनियां वैश्विक बाजारों में प्रवेश करने और प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम हुई हैं। नासकॉम की नीतिगत सिफारिशों और वकालत ने उद्योग के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।


सदस्यता:

नासकॉम के सदस्य 3,000 से अधिक आईटी और बीपीओ कंपनियों से मिलकर बने हैं, जिसमें प्रमुख मल्टीनेशनल कंपनियाँ, छोटे और मध्यम आकार के उद्यम, और स्टार्टअप शामिल हैं।