यूजीसी-नेट (UGC-NET)

यूजीसी-नेट (UGC-NET) भारत में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रमुख प्रतियोगी परीक्षा है, जो राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (National Eligibility Test) के रूप में भी जानी जाती है। यह परीक्षा भारतीय विश्वविद्यालय अनुसंधान उच्च शिक्षा (UGC) द्वारा आयोजित की जाती है और विभिन्न विषयों में सहायक प्रोफेसर्स और परिणामकर्ताओं के चयन के लिए न्यायिक प्रमाण के रूप में मान्यता प्रदान करती है।

यूजीसी-नेट (UGC-NET)


इतिहास और परिचय

यूजीसी-नेट की स्थापना 1984 में की गई थी, जब यूजीसी ने उच्च शिक्षा में शोध और शिक्षण के क्षेत्र में मानकों को बढ़ावा देने के लिए इसे आयोजित किया। इस परीक्षा का मुख्य उद्देश्य यह है कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शोध के क्षेत्र में योग्य और प्रभावी अध्यापकों और परिणामकर्ताओं का चयन किया जाए, जिनका काम छात्रों को प्रदान करना, शिक्षण और अनुसंधान के क्षेत्र में योगदान करना होता है।


परीक्षा प्रक्रिया

यूजीसी-नेट का आयोजन वार्षिक रूप से किया जाता है, जिसमें उम्मीदवार विभिन्न विषयों में परीक्षा देते हैं। प्रत्येक परीक्षा में त्रि-लिंगुलर (trilingual) प्रश्नपत्र दिए जाते हैं, जिसमें हिंदी, अंग्रेजी और उस राज्य की राजभाषा शामिल होती है। प्रत्येक प्रश्नपत्र में सामान्य ज्ञान, तत्त्वाध्ययन और शिक्षण प्रणाली के प्रश्न होते हैं। इसके लिए योग्यता प्राप्त करने के लिए उम्मीदवार को पास होना आवश्यक होता है।


योग्यता

यूजीसी-नेट के लिए आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को मान्य एम.ए./म.कम. डिग्री या इसकी समकक्षता प्राप्त करनी होती है। साथ ही, उन्हें फिर से एम.ए./म.कम. डिग्री या उसकी समकक्षता वाले पांच वर्षीय शिक्षण अनुभव का अनिवार्य अनुभव होता है।


मान्यता और प्रशासन

यूजीसी-नेट का प्रायोजन भारतीय विश्वविद्यालय अनुसंधान उच्च शिक्षा (UGC) द्वारा किया जाता है, जो विभिन्न विश्वविद्यालयों और संस्थानों के लिए उच्च शिक्षा मानकों और गुणवत्ता का प्रमाण प्रदान करता है। यह परीक्षा देश भर में आयोजित की जाती है और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अध्यापन और अनुसंधान के क्षेत्र में नेतृत्व के लिए योग्य उम्मीदवारों का चयन करती है।