सारांश: स्विगी, जोमैटो और बिगबास्केट जैसे फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जल्द ही दिल्ली, पंजाब, गोवा और केरल समेत कई राज्यों में शराब की होम डिलीवरी की तैयारी कर रहे हैं। ये कंपनियां बीयर, वाइन और लिकर जैसे कम अल्कोहल वाले पेयों की डिलीवरी शुरू करने की योजना बना रही हैं। इस कदम का उद्देश्य बदलती ग्राहक प्राथमिकताओं और बढ़ती प्रवासी आबादी की आवश्यकताओं को पूरा करना है।


अब शराब भी होगी होम डिलीवर: स्विगी-जोमैटो की नई पहल


नई दिल्ली: फूड डिलीवरी की दुनिया में एक नया कदम उठाते हुए, स्विगी, जोमैटो और बिगबास्केट जैसी कंपनियां जल्द ही शराब की होम डिलीवरी शुरू करने की तैयारी में हैं। दिल्ली, पंजाब, गोवा और केरल जैसे राज्यों में यह सुविधा शुरू की जा सकती है। यह कदम न केवल ग्राहकों की सुविधा को बढ़ाएगा बल्कि आर्थिक विकास और जिम्मेदार शराब वितरण को भी बढ़ावा देगा।


ऑनलाइन शराब डिलीवरी के फायदे


स्विगी के कॉरपोरेट मामलों के उपाध्यक्ष डिंकर वशिष्ठ ने ईटी की रिपोर्ट में ऑनलाइन शराब डिलीवरी के फायदों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन मॉडल एंड-टू-एंड लेनदेन रिकॉर्ड, आयु सत्यापन और नियमों का पालन सुनिश्चित करता है। इस प्रकार, यह प्रणाली शराब की बिक्री को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाती है।


बदलती ग्राहक प्राथमिकताएँ


एक कार्यकारी ने बताया कि यह पहल "बढ़ती प्रवासी आबादी, विशेष रूप से बड़े शहरों में" और बदलती ग्राहक प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए की जा रही है। अब उपभोक्ता भोजन के साथ "मध्यम अल्कोहल-युक्त स्पिरिट को एक मनोरंजक पेय के रूप में" मानने लगे हैं। इसके साथ ही, महिलाएं और वरिष्ठ नागरिक पारंपरिक शराब की दुकानों से खरीदारी करने में असहज महसूस करते हैं। इसलिए, होम डिलीवरी उनके लिए एक अधिक सुविधाजनक और आरामदायक विकल्प बनती जा रही है।


स्विगी का दृष्टिकोण


डिंकर वशिष्ठ ने यह भी बताया कि स्विगी जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म यह सुनिश्चित करते हैं कि उपयोगकर्ता डिलीवरी समय, ड्राई डे और क्षेत्रीय प्रतिबंधों सहित उत्पाद शुल्क नियमों का पालन करें। इससे न केवल ग्राहक संतुष्टि बढ़ती है बल्कि नियमों का पालन भी सुनिश्चित होता है।


बीयर कैफे का समर्थन


बीयर कैफे के सीईओ राहुल सिंह ने भी इस पहल का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन शराब की होम डिलीवरी की अनुमति देने से उपभोक्ता सुविधा में वृद्धि, आर्थिक विकास और वैश्विक रुझानों के साथ तालमेल सहित कई लाभ हो सकते हैं। इसके साथ ही, "जिम्मेदार और विनियमित शराब वितरण" को भी बनाए रखा जा सकता है।


कोविड-19 का प्रभाव


कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान, महाराष्ट्र, झारखंड, छत्तीसगढ़ और असम ने अस्थायी रूप से शराब की डिलीवरी की अनुमति दी थी। इसके परिणामस्वरूप, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में ऑनलाइन डिलीवरी ने बिक्री में 20-30% की वृद्धि की थी। यह स्पष्ट करता है कि ऑनलाइन शराब डिलीवरी की संभावनाएँ उज्जवल हैं और यह न केवल व्यवसायों बल्कि ग्राहकों के लिए भी लाभकारी साबित हो सकती है।

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