सारांश:राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से जारी भारी बारिश ने कई जिलों को प्रभावित किया है। नदी-नाले उफान पर हैं, सड़कों और रेलवे ट्रैक पर पानी भर गया है, और टोंक जिले में स्कूलों की छुट्टियां कर दी गई हैं। कोटा का मध्यप्रदेश से संपर्क टूट चुका है।
लगातार बारिश का कहर:
राजस्थान में पिछले तीन-चार दिनों से तेज बारिश का दौर जारी है। राज्य के विभिन्न जिलों में कभी तेज तो कभी धीमी बारिश हो रही है। इस भारी बारिश ने कई स्थानों पर जनजीवन को प्रभावित किया है। विशेष रूप से कोटा जिले में, जहां पार्वती नदी उफान पर आ चुकी है, मध्यप्रदेश से संपर्क कट गया है। श्योपुर और ग्वालियर मार्ग भी बंद हो चुके हैं।
नदी और तालाब उफान पर:
नजदीकी ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित एनीकट और तालाब भी ओवरफ्लो हो गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के कई घरों और इमारतों में घुटनों तक पानी भर चुका है। टोंक जिले में शुक्रवार को तेज बारिश के कारण बीसलपुर बांध का जलस्तर 310.09 आरएल मीटर तक पहुंच गया है।
स्कूलों की छुट्टी:
टोंक जिले में बाढ़ जैसे हालात के चलते प्रशासन ने आज और कल स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है। कई स्कूल और शिक्षण संस्थान जल स्रोतों के पास स्थित हैं, जिससे जलभराव और पानी के ओवरफ्लो होने का खतरा बना हुआ है।
मेवाड़ में बारिश का प्रकोप:
मौसम केंद्र जयपुर की माने तो राजस्थान में अब मेवाड़ इलाके में बारिश का प्रभाव अधिक देखने को मिलेगा। उदयपुर और आसपास के जिलों में 8 से 10 जुलाई तक अच्छी बारिश का अनुमान है। वहीं, राज्य के अन्य हिस्सों में अगले दो-तीन दिनों तक मौसम शुष्क रहेगा। 10 जुलाई को एक बार फिर मानसून के सक्रिय होने पर राजस्थान में तेज बारिश की संभावना है।
संपर्क टूटने से समस्या:
कोटा जिले का मध्यप्रदेश से संपर्क टूटने के कारण यात्रियों और स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़कें और रेलवे ट्रैक पानी में डूबे हुए हैं, जिससे आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है। प्रशासन ने बचाव और राहत कार्यों को तेज कर दिया है, लेकिन लगातार बारिश के कारण स्थिति नियंत्रण में नहीं आ पा रही है।
ग्रामीण इलाकों की समस्या:
ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति और भी गंभीर है। कई गांवों का शहरों से संपर्क पूरी तरह से टूट चुका है। गांवों में जलभराव के कारण जीवन कठिन हो गया है। घरों में पानी घुस जाने से लोग सुरक्षित स्थानों की तलाश में हैं। प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाने के प्रयास तेज कर दिए हैं।
आगे का मौसम पूर्वानुमान:
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में भी भारी बारिश की संभावना है। विशेष रूप से मेवाड़ और उदयपुर क्षेत्रों में 10 जुलाई तक भारी बारिश जारी रहने की उम्मीद है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।
सरकार और प्रशासन की तैयारी:
राज्य सरकार और प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं। प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर स्थापित किए जा रहे हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
स्थानीय लोगों की मदद:
स्थानीय लोग भी अपनी सामूहिक कोशिशों से बचाव कार्यों में मदद कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में लोग एक-दूसरे की सहायता कर रहे हैं और बाढ़ से प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने में मदद कर रहे हैं।
إرسال تعليق