सारांश : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए सांसदों के साथ बैठक में विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष एक गैर-कांग्रेसी नेता का लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना बर्दाश्त नहीं कर पा रहा है। उन्होंने सांसदों को संसदीय नियमों का पालन करने और अपने निर्वाचन क्षेत्रों के मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठाने की अपील की।

गैर-कांग्रेसी Prime Minister का तीसरी बार चुना जाना Opposition को बर्दाश्त नहीं : PM Modi का तंज


प्रधानमंत्री मोदी की एनडीए सांसदों को नसीहत:


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एनडीए सांसदों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में उन्होंने सांसदों से संसदीय नियमों और आचरण का पालन करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष को एक गैर-कांग्रेसी नेता का तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना स्वीकार नहीं हो रहा है, जिससे उनके व्यवहार में तीव्रता आई है।


राहुल गांधी के भाषण पर एनडीए की प्रतिक्रिया:


प्रधानमंत्री मोदी की यह अपील राहुल गांधी के सोमवार को लोकसभा में दिए गए भाषण के बाद सामने आई है, जिसे एनडीए ने गैर-जिम्मेदाराना करार दिया है। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बैठक के बाद बताया कि प्रधानमंत्री ने सांसदों से नियमित रूप से संसद में उपस्थित रहने और अपने निर्वाचन क्षेत्र के मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठाने को कहा।


प्रधानमंत्री के संदेश का महत्व:


किरन रिजिजू से जब पूछा गया कि क्या प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी के भाषण का उल्लेख किया था, तो उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा, लेकिन जब प्रधानमंत्री बोलते हैं, तो संदेश सभी के लिए होता है। सोमवार को राहुल गांधी ने भाजपा पर सांप्रदायिकता का आरोप लगाते हुए हमला बोला था, जिसका सत्ता पक्ष ने विरोध किया था।


एनडीए सांसदों को प्रधानमंत्री का मार्गदर्शन:


प्रधानमंत्री मोदी ने एनडीए सांसदों से संसद की सर्वोत्तम प्रथाओं को सीखने की अपील की। उन्होंने कहा कि सांसदों को मीडिया के सामने टिप्पणी करने से पहले किसी भी मुद्दे का गहन अध्ययन करना चाहिए और अपने निर्वाचन क्षेत्रों के संपर्क में रहना चाहिए। उन्होंने सांसदों को अपने मतदाताओं का धन्यवाद करने और उनके समर्थन के लिए आभार व्यक्त करने को कहा।


तीसरे कार्यकाल के लिए बधाई:


बैठक में एनडीए नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी को उनके 'ऐतिहासिक' तीसरे कार्यकाल के लिए बधाई दी। प्रधानमंत्री ने सांसदों को संसद में अधिक सक्रिय भूमिका निभाने की सलाह दी और कहा कि उन्हें अपने निर्वाचन क्षेत्रों के मुद्दों को उठाने में अग्रसर रहना चाहिए।


संसदीय कार्यों में सक्रियता की अपील:


प्रधानमंत्री मोदी ने सांसदों से संसद में सक्रिय रहने और अपने निर्वाचन क्षेत्रों से जुड़े मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि सांसदों को संसदीय मुद्दों का गहन अध्ययन करना चाहिए और संसद में उपस्थित रहकर अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।


संसदीय नियमों का पालन अनिवार्य:


प्रधानमंत्री ने एनडीए सांसदों को संसदीय नियमों और आचरण का पालन करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सांसदों को वरिष्ठ सदस्यों से सीखना चाहिए और संसद की सर्वोत्तम प्रथाओं का पालन करना चाहिए।


देश की सेवा में संलग्न:


प्रधानमंत्री मोदी ने सांसदों को देश की सेवा में संलग्न रहने की सलाह दी और कहा कि उन्हें अपने निर्वाचन क्षेत्रों के संपर्क में रहकर उनके मुद्दों को संसद में उठाना चाहिए। उन्होंने सांसदों को नियमित रूप से संसद में उपस्थित रहने और अपने कर्तव्यों का पालन करने का आग्रह किया।


निष्कर्ष:


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह बैठक एनडीए सांसदों के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश लेकर आई। उन्होंने सांसदों को संसद में अधिक सक्रिय और जिम्मेदार बनने की अपील की, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रियाएं और मजबूत हो सकें।

Post a Comment

أحدث أقدم