सारांश: राजस्थान के पाली जिले में दर्शन यात्रा के दौरान स्कूली बस पलटने से बड़ा हादसा हो गया। ब्रेक फेल होने के कारण बस बेकाबू होकर पलट गई, जिसमें तीन बच्चियों की मौत हो गई और 14 बच्चे घायल हो गए। बस में कुल 55 बच्चे सवार थे। प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं।


राजस्थान के पाली में स्कूली बस पलटी: 3 बच्चियों की मौत, 14 घायल


पाली में स्कूली बच्चों की यात्रा का दुखद अंत

राजस्थान के पाली जिले में रविवार सुबह एक दर्दनाक हादसे ने सभी को स्तब्ध कर दिया। देसूरी नाल क्षेत्र में स्कूली बच्चों से भरी बस अचानक ब्रेक फेल हो जाने के कारण पलट गई। हादसे में तीन बच्चियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 14 अन्य बच्चे घायल हो गए। इनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।


यह घटना उस समय हुई, जब आमेट कस्बे के महात्मा गांधी स्कूल के बच्चे परशुराम महादेव मंदिर के दर्शन के लिए जा रहे थे। बस जैसे ही पंजाब मोड घाटी के पास पहुंची, अचानक ब्रेक फेल हो गए, और बस अनियंत्रित होकर पलट गई। बस में कुल 55 बच्चे सवार थे।


घटना स्थल पर मचा हाहाकार

हादसे की खबर मिलते ही स्थानीय लोग और पुलिस मौके पर पहुंचे। बच्चों को बस से बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान शुरू किया गया। कई घायल बच्चों को देसूरी और चारभुजा के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। मौके पर मौजूद तीन बच्चियों की जान नहीं बचाई जा सकी, जिससे पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।


स्थानीय प्रशासन ने तुरंत चिकित्सा सेवाएं सक्रिय कर दीं। देसूरी हॉस्पिटल में डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ ने घायलों का इलाज शुरू कर दिया।


घटनास्थल पर क्या हुआ?

घायल छात्र विनोद ने बताया कि वह और उसके साथी परशुराम महादेव मंदिर के दर्शन के लिए उत्साह से यात्रा कर रहे थे। बस में शिक्षकों के साथ बच्चे भी उत्साहित थे। लेकिन जैसे ही बस ने पंजाब मोड घाटी में प्रवेश किया, अचानक ब्रेक फेल हो गए। ड्राइवर ने बस को संभालने की कोशिश की, लेकिन तेज ढलान और मोड़ के कारण बस अनियंत्रित हो गई और पलट गई।


बस पलटते ही बच्चों में चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोग तुरंत मदद के लिए दौड़े और घायल बच्चों को बाहर निकाला।


प्रशासन की प्रतिक्रिया और जांच के आदेश

पाली प्रशासन ने इस दुखद घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रशासन का कहना है कि हादसे की वजह का पता लगाने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए जांच की जा रही है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि बस की ब्रेक व्यवस्था में तकनीकी खामी थी।


सरकार ने इस हादसे से सबक लेते हुए यह सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है कि स्कूली बसों की नियमित रूप से तकनीकी जांच की जाए। इसके अलावा, बस चालकों और स्कूल प्रशासन को भी अधिक सतर्क रहने की हिदायत दी गई है।


घायलों को राहत और मुआवजा

घायलों के इलाज के लिए राज्य सरकार ने विशेष व्यवस्था की है। गंभीर रूप से घायल बच्चों को बेहतर चिकित्सा के लिए जोधपुर रेफर किया गया है। प्रशासन ने मृतक बच्चियों के परिवारों को मुआवजे की घोषणा की है और हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए एक विशेषज्ञ टीम गठित की है।


क्षेत्र में शोक और सावधानी की अपील

इस हादसे ने पूरे क्षेत्र में शोक का माहौल पैदा कर दिया है। परिजनों और स्थानीय लोगों ने इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अधिक सतर्कता बरतने की मांग की है। स्कूली बसों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय प्रशासन और स्कूल प्रबंधन को मिलकर काम करने की आवश्यकता है।


यह घटना हमें याद दिलाती है कि सड़क सुरक्षा और वाहन की तकनीकी जांच कितनी महत्वपूर्ण है। प्रशासन और स्कूलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि बच्चे सुरक्षित यात्रा कर सकें।

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