सारांश: दिल्ली सरकार ने पूरे वर्ष पटाखों के निर्माण, बिक्री, भंडारण और जलाने पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। इस आदेश के तहत, क्रिसमस और नए साल के जश्न में पटाखे फोड़ना भी गैरकानूनी होगा। यह निर्णय पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 के तहत लिया गया है।


दिल्ली में क्रिसमस और नए साल पर पटाखे जलाना मना, पूरे साल रहेगा प्रतिबंध

पटाखों पर प्रतिबंध का ऐलान:

दिल्ली सरकार ने बढ़ते वायु प्रदूषण को रोकने के लिए एक कड़ा कदम उठाते हुए पूरे साल पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया है। पर्यावरण विभाग के प्रधान सचिव एके सिंह ने आदेश जारी करते हुए कहा कि इस प्रतिबंध में पटाखों का निर्माण, बिक्री, भंडारण और जलाने की सभी गतिविधियां शामिल हैं। इस नियम के तहत क्रिसमस और नए साल जैसे त्यौहारों पर भी पटाखे फोड़ने की अनुमति नहीं होगी।


आदेश का उल्लंघन करने पर कार्रवाई:

पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 के तहत इस आदेश का उल्लंघन करना दंडनीय अपराध होगा। दिल्ली में पटाखे बनाने, बेचने या जलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आदेश के अनुसार, दिल्ली पुलिस और राजस्व विभाग को यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है कि नियमों का सख्ती से पालन हो।


वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने की कोशिश:

दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) पहले ही 400 के पार पहुंच चुका है, जो गंभीर स्थिति को दर्शाता है। पटाखों से निकलने वाला धुआं और हानिकारक गैसें प्रदूषण को और बढ़ा सकती हैं। इसलिए, यह प्रतिबंध पर्यावरण को बचाने और दिल्ली के निवासियों के स्वास्थ्य की रक्षा करने के लिए जरूरी है।


सुप्रीम कोर्ट की पहल:

सुप्रीम कोर्ट ने 4 नवंबर को दिल्ली सरकार से पूछा था कि अगले वर्ष पटाखों पर प्रभावी रोक के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। इसके जवाब में, दिल्ली सरकार ने अदालत को बताया कि पूरे साल के लिए प्रतिबंध की योजना तैयार की गई है। जल्द ही इस पर अधिसूचना भी जारी कर दी जाएगी।


प्रदूषण की खतरनाक स्थिति:

दिल्ली में वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन चुका है। ठंड के मौसम में प्रदूषण का स्तर और बढ़ जाता है, जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत, अस्थमा और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं। पटाखों पर प्रतिबंध लगाने का उद्देश्य इन समस्याओं को कम करना है।


सख्त निगरानी और जागरूकता:

सरकार ने दिल्ली पुलिस और अन्य संबंधित विभागों को आदेश दिया है कि वे इस प्रतिबंध को लागू करने के लिए सख्ती से काम करें। साथ ही, लोगों को इस आदेश के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए अभियान चलाए जाएंगे।


नए साल और क्रिसमस पर प्रतिबंध का असर:

दिल्ली में रहने वाले लोगों को इस साल नए साल और क्रिसमस के जश्न में पटाखों के बिना ही खुशियां मनानी होंगी। सरकार का मानना है कि यह कदम पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।


प्रदूषण मुक्त दिल्ली का सपना:

पटाखों पर प्रतिबंध का उद्देश्य सिर्फ वर्तमान प्रदूषण स्तर को कम करना नहीं है, बल्कि यह आने वाले वर्षों में एक स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त दिल्ली की नींव रखने का प्रयास है। सरकार का यह निर्णय भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित करने का कदम है।

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