सारांश : लोकसभा में 'संविधान की 75वीं वर्षगांठ' पर विशेष चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने भाजपा सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने युवाओं और किसानों के अधिकार छीनने का आरोप लगाया और इसे एकलव्य के अंगूठा काटने की घटना से जोड़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बहस का समापन करेंगे, जबकि गृह मंत्री अमित शाह राज्यसभा में बहस की शुरुआत करेंगे। भाजपा और कांग्रेस दोनों ने अपने सांसदों को सदन में उपस्थित रहने का निर्देश दिया है।
संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर विशेष बहस
भारतीय संसद में संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर विशेष चर्चा का आयोजन किया गया। यह बहस भारतीय लोकतंत्र और संविधान के मूल्यों को उजागर करने के लिए रखी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा और राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के बीच तीखी बहस हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में इस ऐतिहासिक अवसर पर संविधान के महत्व पर अपने विचार साझा किए। वहीं, विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए युवाओं और किसानों के अधिकारों को हड़पने का आरोप लगाया।
राहुल गांधी का हमला
राहुल गांधी ने अपने भाषण में एकलव्य की कहानी का जिक्र करते हुए कहा, "जैसे एकलव्य का अंगूठा काटा गया था, वैसे ही आज युवाओं के अधिकार छीने जा रहे हैं। सरकार रोजगार के अवसरों को खत्म कर रही है और निजीकरण के माध्यम से शिक्षा को आम जनता की पहुंच से दूर कर रही है।"
उन्होंने कहा, "यह सरकार संविधान की मूल भावना के खिलाफ काम कर रही है। युवाओं और किसानों के लिए यह सरकार केवल बाधाएं खड़ी कर रही है।"
किसानों और युवाओं के मुद्दे
राहुल गांधी ने किसानों पर लाठीचार्ज और उनकी अनदेखी को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "देश का अन्नदाता आज अपनी जायज मांगों को लेकर सड़क पर है, लेकिन सरकार उनकी आवाज सुनने को तैयार नहीं है।"
संविधान और विचारधारा की लड़ाई
राहुल गांधी ने संविधान की मूल भावना और सावरकर की विचारधारा के बीच अंतर को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, "यह लड़ाई संविधान और मनुस्मृति के बीच की है। सरकार को यह तय करना होगा कि वह किसके साथ खड़ी है।"
प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस चर्चा में भाग लिया और संविधान की यात्रा को लेकर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए विपक्ष के आरोपों का जवाब देने का संकेत दिया। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री इस विशेष चर्चा का समापन करेंगे।
गृह मंत्री अमित शाह का राज्यसभा में संबोधन
राज्यसभा में यह बहस 16-17 दिसंबर को होगी, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह चर्चा की शुरुआत करेंगे। भाजपा ने अपने सभी सांसदों को सदन में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया है।
लोकसभा में हंगामे के आसार
इस विशेष चर्चा के दौरान लोकसभा में विपक्ष और सरकार के बीच तीखी बहस और हंगामे की संभावना है। कांग्रेस और भाजपा के बीच वैचारिक टकराव देखने को मिल सकता है।
विशेष निर्देश सांसदों को
भाजपा और कांग्रेस दोनों ने अपने सांसदों को तीन-लाइन का व्हिप जारी किया है, जिसमें 13-14 दिसंबर को सदन में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने और बहस में भाग लेने का निर्देश दिया गया है।
संविधान की रक्षा का संकल्प
अपने भाषण के अंत में राहुल गांधी ने संविधान की रक्षा के लिए एकजुटता की अपील की। उन्होंने कहा, "संविधान केवल एक दस्तावेज नहीं, यह हमारे लोकतंत्र का आधार है। इसे कमजोर करने का कोई भी प्रयास हमारे देश की नींव को हिला सकता है।"
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