सारांश : घरेलू शेयर बाजार ने शुक्रवार को सकारात्मक रुख के साथ शुरुआत की। सेंसेक्स 311.48 अंकों की तेजी के साथ 78,783.96 पर पहुंचा, जबकि निफ्टी 98.1 अंकों की बढ़त के साथ 23,848.30 पर खुला। हालांकि, रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपने सर्वकालिक निचले स्तर 85.35 पर गिरा। एफआईआई ने गुरुवार को 2,376.67 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जिससे बाजार में मिश्रित प्रभाव दिखा।

Stock Market में उछाल : Sensex और Nifty ने दिखाया तेजी का रुख, रुपया सर्वकालिक निचले स्तर पर


शुक्रवार सुबह घरेलू शेयर बाजार ने शानदार शुरुआत की। सेंसेक्स ने शुरुआती कारोबार में 311.48 अंकों की छलांग लगाते हुए 78,783.96 का स्तर छुआ। वहीं, निफ्टी भी सकारात्मक शुरुआत के साथ 98.1 अंक चढ़कर 23,848.30 पर पहुंचा। यह तेजी घरेलू और विदेशी निवेशकों के लिए राहत की खबर है।


सेंसेक्स और निफ्टी की प्रगति

सेंसेक्स के 30 प्रमुख शेयरों में से अधिकतर ने तेजी दर्ज की। टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, एनटीपीसी, भारती एयरटेल, बजाज फिनसर्व और आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में सबसे अधिक बढ़त देखी गई। दूसरी ओर, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, अदाणी पोर्ट्स, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, और लार्सन एंड टूब्रो के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।


विदेशी बाजारों का प्रभाव

विदेशी बाजारों का मिश्रित प्रदर्शन घरेलू बाजार को भी प्रभावित कर रहा है। चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और जापान का निक्की फायदे में रहे, जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान के साथ बंद हुआ। अमेरिकी बाजार भी सपाट रुख के साथ बंद हुए। ब्रेंट क्रूड तेल मामूली बढ़त के साथ 73.27 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।


एफआईआई की गतिविधियां

गुरुवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने भारतीय बाजार में शुद्ध रूप से 2,376.67 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। इससे बाजार में अस्थिरता बनी रही, लेकिन शुरुआती कारोबार में घरेलू निवेशकों ने इसे संभालने का प्रयास किया।


रुपया का हाल

शुक्रवार को भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले आठ पैसे गिरकर अपने सर्वकालिक निचले स्तर 85.35 पर पहुंच गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 85.31 प्रति डॉलर पर खुला और जल्द ही 85.35 प्रति डॉलर पर आ गया। यह गिरावट विदेशी पूंजी निकासी और अमेरिकी मुद्रा के मजबूत रुख का परिणाम है।


बाजार की आगे की दिशा

विशेषज्ञों का मानना है कि घरेलू बाजार की यह तेजी लंबे समय तक बनी रह सकती है, यदि एफआईआई की बिकवाली कम होती है और घरेलू निवेशकों का समर्थन मिलता है। इसके साथ ही, अंतरराष्ट्रीय बाजारों के उतार-चढ़ाव और क्रूड ऑयल की कीमतों का प्रभाव भी ध्यान में रखना होगा।


निवेशकों के लिए संदेश

शेयर बाजार में निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। उतार-चढ़ाव के बीच दीर्घकालिक निवेश को प्राथमिकता दें। निवेश करने से पहले बाजार के रुझान और विशेषज्ञों की राय पर ध्यान दें।

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