सारांश : शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई, लेकिन बाद में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में मजबूती देखी गई। सेंसेक्स 267 अंकों की बढ़त के साथ 76,550 के पार पहुंच गया, जबकि निफ्टी ने 23,250 का स्तर पार किया। विदेशी निवेशकों की खरीदारी से बाजार को समर्थन मिला और आईटी सेक्टर को छोड़कर अधिकांश सेक्टर हरे निशान में रहे।


Stock Market में तेजी जारी : Sensex 267 अंक उछला, Nifty 23,250 के पार


भारतीय शेयर बाजार ने शुक्रवार को कमजोर शुरुआत की, लेकिन जल्द ही अपनी स्थिति संभाल ली। शुरुआती कारोबार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 252.8 अंकों की गिरावट के साथ 76,095.26 पर खुला, जबकि एनएसई निफ्टी 57.85 अंक गिरकर 23,132.80 पर आ गया। हालांकि, कुछ ही समय बाद बाजार में रिकवरी देखी गई और दोनों सूचकांक हरे निशान में पहुंच गए।


विदेशी निवेशकों का असर


निवेशकों की धारणा को विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की खरीदारी से मजबूती मिली। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, एफआईआई ने गुरुवार को 3,239.14 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी, जिससे बाजार में सकारात्मकता बनी रही।


प्रमुख शेयरों का प्रदर्शन


सेंसेक्स में शामिल बजाज फाइनेंस, नेस्ले, कोटक महिंद्रा बैंक, एनटीपीसी, मारुति, पावर ग्रिड, अदाणी पोर्ट्स, टाटा मोटर्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज और बजाज फिनसर्व के शेयरों में मजबूती देखी गई। दूसरी ओर, इंफोसिस, टाइटन, एचसीएल टेक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचडीएफसी बैंक, इंडसइंड बैंक, टेक महिंद्रा, एशियन पेंट्स और जोमैटो के शेयरों में गिरावट रही। आईटी सेक्टर में कमजोरी के कारण इसमें गिरावट आई, जबकि अन्य सेक्टरों ने बाजार को ऊपर ले जाने में मदद की।


वैश्विक बाजारों का प्रभाव


एशियाई बाजारों में मिलाजुला रुख देखने को मिला। सियोल और टोक्यो के बाजारों में बढ़त दर्ज की गई, जबकि शंघाई और हांगकांग के बाजारों में गिरावट आई। अमेरिकी बाजार गुरुवार को मामूली गिरावट के साथ बंद हुए, जिससे भारतीय बाजार पर हल्का दबाव बना रहा।


ब्रेंट क्रूड और आर्थिक संकेतक


वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.43% बढ़कर 72.31 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया, जिससे ऊर्जा क्षेत्र में स्थिरता बनी रही। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में व्यापार तनाव बढ़ सकता है, जिससे उतार-चढ़ाव बना रह सकता है।


आगे की संभावनाएं


विशेषज्ञों के अनुसार, बाजार में तेजी की उम्मीद की जा रही है, खासकर विदेशी निवेश की सकारात्मक प्रवृत्ति के चलते। हालांकि, आईटी सेक्टर में कमजोरी और वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव भारतीय शेयर बाजार पर असर डाल सकते हैं। निवेशकों को सतर्कता बरतने और लॉन्ग-टर्म निवेश पर ध्यान देने की सलाह दी गई है।


निष्कर्ष


भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद सकारात्मक रुख बना हुआ है। सेंसेक्स और निफ्टी ने शुरुआती गिरावट से उबरते हुए मजबूती हासिल की, जिससे निवेशकों को राहत मिली। विदेशी निवेश और मजबूत घरेलू संकेतकों के चलते बाजार में स्थिरता बनी रह सकती है।

Post a Comment

أحدث أقدم