सारांश: वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट 2025 में फिनलैंड ने लगातार आठवीं बार पहला स्थान हासिल किया है। रिपोर्ट में 147 देशों की सूची में भारत 118वें स्थान पर रहा, जो पिछले साल की तुलना में थोड़ा बेहतर है। अमेरिका की रैंकिंग गिरकर 24वें स्थान पर आ गई, जबकि मैक्सिको और कोस्टा रिका टॉप 10 में शामिल हो गए। रिपोर्ट में नागरिकों की खुशी को मापने के लिए स्वास्थ्य, आर्थिक स्थिरता, स्वतंत्रता और सामाजिक कनेक्शन जैसे कारकों का आकलन किया गया।
वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट 2025: भारत की रैंकिंग में सुधार, लेकिन अब भी पीछे
फिनलैंड फिर बना सबसे खुशहाल देश फिनलैंड ने लगातार आठवें वर्ष वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट में शीर्ष स्थान हासिल किया है। इस रिपोर्ट को गैलप, यूनाइटेड नेशंस सस्टेनेबल डेवलपमेंट सॉल्यूशंस नेटवर्क और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वेलबीइंग रिसर्च सेंटर ने मिलकर प्रकाशित किया है। रिपोर्ट में 147 देशों के नागरिकों से उनकी खुशी के स्तर पर सवाल पूछे गए और विभिन्न सामाजिक-आर्थिक पहलुओं का आकलन किया गया।
भारत की रैंकिंग में मामूली सुधाररिपोर्ट में भारत को 118वां स्थान मिला, जो पिछले साल के 126वें स्थान से थोड़ा बेहतर है। हालांकि, नेपाल (93वें स्थान) और पाकिस्तान (105वें स्थान) जैसी पड़ोसी देशों की तुलना में भारत अब भी पीछे है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में आर्थिक विकास और सामाजिक सुधार के बावजूद नागरिकों की समग्र खुशी में अब भी कई चुनौतियाँ बनी हुई हैं।
नॉर्डिक देशों का दबदबाइस साल भी नॉर्डिक देशों ने शीर्ष स्थानों पर कब्जा जमाया। डेनमार्क, आइसलैंड, स्वीडन और नॉर्वे जैसी यूरोपीय देशों ने रिपोर्ट में ऊंची रैंक हासिल की। टॉप 10 में अन्य देशों में कोस्टा रिका और मैक्सिको जैसे लैटिन अमेरिकी देश भी शामिल हो गए।
अमेरिका की गिरती रैंकिंगअमेरिका की रैंकिंग इस बार 24वें स्थान पर रही, जो पिछले साल से एक स्थान नीचे है। 2012 में जब यह सर्वेक्षण शुरू हुआ था, तब अमेरिका 11वें स्थान पर था, लेकिन तब से इसकी रैंकिंग लगातार गिरती जा रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिका में बढ़ती सामाजिक असमानता और राजनीतिक ध्रुवीकरण इसके मुख्य कारण हो सकते हैं।
खुशी मापने के मानदंडरिपोर्ट में खुशी को मापने के लिए कई प्रमुख कारकों पर विचार किया गया, जिनमें शामिल हैं:
- आर्थिक स्थिरता: प्रति व्यक्ति जीडीपी और जीवन स्तर
- स्वास्थ्य और जीवन प्रत्याशा
- व्यक्तिगत स्वतंत्रता: अपने निर्णय लेने की आजादी
- सामाजिक सहयोग: समुदाय और परिवार से मिलने वाला सहयोग
- भ्रष्टाचार मुक्त समाज
- उदारता और परोपकारिता
गैलप के सीईओ जॉन क्लिफ्टन का बयानगैलप के सीईओ जॉन क्लिफ्टन ने कहा, "खुशी सिर्फ पैसे या विकास से जुड़ी नहीं है। यह विश्वास, सामाजिक संबंध और सहयोग पर आधारित है। यदि हमें मजबूत समाज और अर्थव्यवस्था चाहिए, तो हमें लोगों में निवेश करना होगा।" उन्होंने यह भी कहा कि समाज में सहानुभूति और सहयोग की भावना से नागरिक अधिक संतुष्ट महसूस करते हैं।
टॉप 20 सबसे खुशहाल देश
- फिनलैंड
- डेनमार्क
- आइसलैंड
- स्वीडन
- नीदरलैंड
- कोस्टा रिका
- नॉर्वे
- इजराइल
- लक्ज़मबर्ग
- मैक्सिको
- ऑस्ट्रेलिया
- न्यूज़ीलैंड
- स्विट्जरलैंड
- बेल्जियम
- आयरलैंड
- लिथुआनिया
- ऑस्ट्रिया
- कनाडा
- स्लोवेनिया
- चेक गणराज्य
إرسال تعليق