नासा (NASA)

राष्ट्रीय वैमानिकी और अंतरिक्ष प्रशासन (National Aeronautics and Space Administration - NASA) संयुक्त राज्य अमेरिका की संघीय सरकार की एक स्वतंत्र एजेंसी है, जो नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम और वैमानिकी और अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए जिम्मेदार है। नासा का गठन 29 जुलाई 1958 को नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एक्ट के तहत किया गया था। इसका मुख्यालय वॉशिंगटन, डी.सी. में स्थित है।


नासा (NASA)


इतिहास

नासा की स्थापना का मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अमेरिका की अग्रणी भूमिका सुनिश्चित करना था। 1957 में सोवियत संघ द्वारा स्पुतनिक 1 उपग्रह के सफल प्रक्षेपण के बाद, अमेरिका ने अंतरिक्ष में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए नासा का गठन किया। 1 अक्टूबर 1958 को नासा ने अपनी गतिविधियों की शुरुआत की और नासा का पहला मानवयुक्त मिशन मर्करी प्रोजेक्ट था।


महत्वपूर्ण मिशन और कार्यक्रम


मर्करी और जेमिनी कार्यक्रम

मर्करी कार्यक्रम (1958-1963) का उद्देश्य मानव को अंतरिक्ष में भेजना और सुरक्षित रूप से वापस लाना था। इसके बाद जेमिनी कार्यक्रम (1961-1966) ने दो अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने और उन्हें लंबी अवधि तक अंतरिक्ष में रहने की तकनीक विकसित करने पर ध्यान केंद्रित किया।


अपोलो कार्यक्रम

अपोलो कार्यक्रम (1961-1972) नासा का सबसे प्रसिद्ध और महत्वाकांक्षी मिशन था, जिसका उद्देश्य मानव को चंद्रमा पर उतारना और सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाना था। 20 जुलाई 1969 को अपोलो 11 मिशन के तहत नील आर्मस्ट्रांग और बज एल्ड्रिन चंद्रमा पर उतरने वाले पहले मानव बने।


स्पेस शटल कार्यक्रम

स्पेस शटल कार्यक्रम (1981-2011) नासा का एक अन्य प्रमुख कार्यक्रम था, जिसमें पुन: प्रयोग करने योग्य अंतरिक्ष यानों का उपयोग किया गया। इस कार्यक्रम के तहत कुल 135 मिशनों का संचालन किया गया, जिसमें अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) का निर्माण और मरम्मत शामिल थी।


अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS)

नासा अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के निर्माण और संचालन में प्रमुख भागीदार है। ISS एक संयुक्त परियोजना है जिसमें नासा के अलावा रूस, यूरोप, जापान और कनाडा की अंतरिक्ष एजेंसियां भी शामिल हैं। इसका उद्देश्य अंतरिक्ष में दीर्घकालिक अनुसंधान और सहयोग को बढ़ावा देना है।


मार्स रोवर मिशन

नासा के मार्स रोवर मिशन मंगल ग्रह की सतह की खोज और अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण रहे हैं। क्यूरियोसिटी (2012) और पर्सिवियरेंस (2021) रोवर ने मंगल की भूवैज्ञानिक संरचना, जलवायु और संभावित जीवन के संकेतों की खोज की है।


वर्तमान और भविष्य के मिशन


आर्टेमिस कार्यक्रम

आर्टेमिस कार्यक्रम का उद्देश्य 2024 तक मानव को चंद्रमा पर वापस भेजना और 2030 के दशक में मंगल ग्रह पर मानव मिशन की तैयारी करना है। आर्टेमिस मिशन के तहत नासा पहली महिला और अगले पुरुष को चंद्रमा पर भेजने की योजना बना रहा है।


जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप

जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) नासा का अगली पीढ़ी का अंतरिक्ष टेलीस्कोप है, जिसे 2021 में लॉन्च किया गया। इसका उद्देश्य ब्रह्मांड के प्रारंभिक समय, आकाशगंगाओं, सितारों और ग्रह प्रणालियों का अध्ययन करना है।


संगठनात्मक संरचना

नासा का नेतृत्व एक प्रशासक द्वारा किया जाता है, जिसे अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किया जाता है। नासा के मुख्यालय वॉशिंगटन, डी.सी. में स्थित हैं और इसके विभिन्न अनुसंधान केंद्र और प्रयोगशालाएं अमेरिका भर में फैले हुए हैं। इनमें जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL), जॉनसन स्पेस सेंटर, कैनेडी स्पेस सेंटर और गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर प्रमुख हैं।


नासा की उपलब्धियां

नासा ने अपने स्थापना के बाद से विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। इनमें चंद्रमा पर मानव का उतरना, सौरमंडल के ग्रहों की खोज, ब्रह्मांडीय विकिरण का अध्ययन और पृथ्वी की जलवायु और पर्यावरण का अनुसंधान शामिल हैं।


सार्वजनिक शिक्षा और आउटरीच

नासा विज्ञान और अंतरिक्ष अनुसंधान में जागरूकता और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों और संसाधनों का संचालन करता है। इसमें शैक्षिक सामग्री, सार्वजनिक व्याख्यान, संग्रहालय प्रदर्शन और ऑनलाइन संसाधन शामिल हैं।